बिहार सरकार ने उर्दू बंगला टीईटी पीड़ित अभ्यार्थीओ को दी 5% की छूट, केंद्र से मांगी अनुमति शिक्षा सुधार रोजगार और उर्दू टीईटी पीड़ितों की बड़ी जीत रिजल्ट कैसे जारी होगा देखे नीरज
बिहार सरकार ने टीईटी परीक्षार्थियों को दी बड़ी छूट, केंद्र से मांगी अनुमति शिक्षा सुधार रोजगार आंदोलन और उर्दू टीईटी पीड़ितों की मेहनत रंग लाई बड़ी जीत
बिहार सरकार ने कहा है कि अगर इसमे 5 फीसदी छूट की अनुमति मिलने पर काफी संख्या में उर्दू टीईटी अभ्यर्थियों की शिक्षक पद पर नियुक्ति हो सकती है.
अब अगर केंद्र इस पर अनुमति दे देती है तो उर्दू टीईटी परीक्षा में 55 फीसदी अंक लाने वाले भी उतीर्ण हो जाएंगे और वे सभी शिक्षक बन जायेंगे.अब 135 अंक यनि तीसरे रिजल्ट में 5% की छूट दी गई है । जनरल में 74 अंक पाए अभ्यार्थीओ को पास होने का मौका मिलेगा और ओबीसी में 67 अंक पाए अभ्यार्थीओ को मौका मिलेगा ।
गौरतलब हो कि आरके महाजन ने केंद्रीय सचिव को लिखे पत्र में हवाला दिया है कि बिहार में उर्दू भाषा को दूसरी राजभाषा का दर्जा प्राप्त है. प्राईमरी स्कूलों में उर्दू शिक्षकों के करीब 15000 पद रिक्त हैं. उर्दू स्पेशल टीईटी परीक्षा 2013 में काफी कम परीक्षार्थी उतीर्ण हो सके. लिहाजा, खाली पदों को नहीं भरा जा सका. क्योंकि 60 फीसदी से कम अंक लाने पर उन्हें उतीर्ण नहीं घोषित किया जा सका. आप को बता दे कि शिक्षा सुधार उर्दू टीईटी पीड़ितों के साथ मिल कर इस आंदोलन को आगे बढ़ा रहा था जिस का परिणाम ये 5 % की छूट है ।
लोकसभा चुनाव की सुगबुगाहट तेज होते ही सभी दल अपने-अपने हित में साधने में जुट गये है. अब चाहे इसमें सत्ताधारी दल हो या विपक्ष दोनों तरफ से लुभावने वादे करने शुरू हो गये है. अब इसी कड़ी में नीतीश सरकार ने अल्पसंख्यकों को खुश करने की एक बड़ी कोशिश की है. इसके लिए बिहार सरकार ने उर्दू टीईटी परीक्षार्थियों के लिए बड़ी छूट देने की अनुमति केन्द्र से मांगी है.
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन ने मानव संसाधान विभाग के सचिव को पत्र लिखकर उर्दू शिक्षक अर्हता योग्यता के लिए निर्धारित 60 फीसदी प्राप्तांक में 5 फीसदी छूट देने की अनुमति मांगी है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने आरटीई एक्ट 2009 के अनुच्छेद 23(2) में निहित प्रावधान के आलोक में केंद्र सरकार से मांग किया है.
बिहार सरकार ने कहा है कि अगर इसमे 5 फीसदी छूट की अनुमति मिलने पर काफी संख्या में उर्दू टीईटी अभ्यर्थियों की शिक्षक पद पर नियुक्ति हो सकती है.
अब अगर केंद्र इस पर अनुमति दे देती है तो उर्दू टीईटी परीक्षा में 55 फीसदी अंक लाने वाले भी उतीर्ण हो जाएंगे और वे सभी शिक्षक बन जायेंगे.अब 135 अंक यनि तीसरे रिजल्ट में 5% की छूट दी गई है । जनरल में 74 अंक पाए अभ्यार्थीओ को पास होने का मौका मिलेगा और ओबीसी में 67 अंक पाए अभ्यार्थीओ को मौका मिलेगा ।
गौरतलब हो कि आरके महाजन ने केंद्रीय सचिव को लिखे पत्र में हवाला दिया है कि बिहार में उर्दू भाषा को दूसरी राजभाषा का दर्जा प्राप्त है. प्राईमरी स्कूलों में उर्दू शिक्षकों के करीब 15000 पद रिक्त हैं. उर्दू स्पेशल टीईटी परीक्षा 2013 में काफी कम परीक्षार्थी उतीर्ण हो सके. लिहाजा, खाली पदों को नहीं भरा जा सका. क्योंकि 60 फीसदी से कम अंक लाने पर उन्हें उतीर्ण नहीं घोषित किया जा सका. आप को बता दे कि शिक्षा सुधार उर्दू टीईटी पीड़ितों के साथ मिल कर इस आंदोलन को आगे बढ़ा रहा था जिस का परिणाम ये 5 % की छूट है ।
लोकसभा चुनाव की सुगबुगाहट तेज होते ही सभी दल अपने-अपने हित में साधने में जुट गये है. अब चाहे इसमें सत्ताधारी दल हो या विपक्ष दोनों तरफ से लुभावने वादे करने शुरू हो गये है. अब इसी कड़ी में नीतीश सरकार ने अल्पसंख्यकों को खुश करने की एक बड़ी कोशिश की है. इसके लिए बिहार सरकार ने उर्दू टीईटी परीक्षार्थियों के लिए बड़ी छूट देने की अनुमति केन्द्र से मांगी है.
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन ने मानव संसाधान विभाग के सचिव को पत्र लिखकर उर्दू शिक्षक अर्हता योग्यता के लिए निर्धारित 60 फीसदी प्राप्तांक में 5 फीसदी छूट देने की अनुमति मांगी है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने आरटीई एक्ट 2009 के अनुच्छेद 23(2) में निहित प्रावधान के आलोक में केंद्र सरकार से मांग किया है.
Comments
Post a Comment